tag:blogger.com,1999:blog-5539608448112798215.post104599254677607248..comments2023-10-19T22:27:05.076+05:30Comments on तूती की आवाज: हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह--संतोष कुमार सिंहhttp://www.blogger.com/profile/08520071837262802048noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5539608448112798215.post-5130428603034898842010-07-26T12:06:32.480+05:302010-07-26T12:06:32.480+05:30एक और हैरानी की बात मुझे सिर्फ पढ़ कर ही गुस्सा आ ग...एक और हैरानी की बात मुझे सिर्फ पढ़ कर ही गुस्सा आ गया, और जिसने देखा, गाली सुनी वो इतने गए-गुज़रे थे !!!!!!सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5539608448112798215.post-9923275812558695672010-07-26T12:05:28.123+05:302010-07-26T12:05:28.123+05:30बिहार- एक ऐसा जगह जहाँ हर वक़्त दबंग identity लेक...बिहार- एक ऐसा जगह जहाँ हर वक़्त दबंग identity लेकर चलना अच्छा होता है. कमोबेश हर जगह यही हाल है. यह सरचढ़े, मोटी खाल वाले, युवक है जिनके खून में कमीनापन घुस गया है. अपने बलबूते इनसे कुछ नहीं होता... सब नेता, पुलिस और सिफारिश की छत्र -छाया में इतराते फिरते हैं.. बहुत बड़ी गलती पुलिस महकमे की है, प्रशासन की है. इनका भी कोई जात नहीं है. मौके देख कर पलटी मार लेते हैं यह चापलूस... सबकी नौकरी इसी पर टिकी है... आप इन्हें कर्म बतायेंकी यह आपको ज्ञान देने लग जायेंगे... यह सब मिल कर ही ऐसा माहौल तैयार कर रहे हैं कल को इनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ हो... <br /><br />आपकी तो फिर भी बात सुन ली गयी. ऐसे कितनी घटनाएँ आम लोगों के साथ वहां अक्सर घटती हैं... सत्ता के धर्मांध पगलाए इन बदमाश लोगों पर पुलिस को बेख़ौफ़ सख्ती करनी चाहिए लेकिन बात यह थी की उस दिन जैसा ETV दफ्तर के सामने किसी पुलिस के साथ जब तक ऐसा ना हो, यह महकमा कैसे बोलेगा ?सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.com