बिहार और बिहारियों से नफरत करने वालो के लिए बङी ही सकुन देने वाली खबरें हैं।आजादी के बाद पहली बार बिहार एक साथ कई मोर्चों पर देश में अपनी अलग पहचान स्थापित की हैं।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के पांच राजनैतिक महारथियों को पछाङते हुए पाँलिटीशियन आँफ द इयर का अवार्ड हासिल किया हैं।पिछङने वालो में दिल्ली की मैट्रों क्यून और विकास पु्त्री मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी हैं।वही दसूरी और नागरिक केद्रित सेवा प्रदान करने के लिए बिहार को 2008-2009का राष्ट्रीय इ-गवर्नेस पुस्कार मिला हैं।संयोग हैं कि यह पुरस्कार सरकार द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान गोवा में दी जायेगी जहां के मुख्यमंत्री बिहार से गोवा के लिए सीधी ट्रेने खुलने पङ बङी हाय तौबा मचाये थे।इससे भी बङी खबङ यह हैं कि बिहार को पहली बार बिमारु राज्य से बाहर माना गया हैं।यह बात किसी बिहारी राजनेता ने नही कही हैं यह बाते एसोचैम रिसर्च ब्यूरो की आयी रिपोर्ट में सामने आयी हैं। जिसमें वर्ष 2008-2009 के तिमाही में पोजेटिव ग्रोथ के क्षेत्र में बिहार देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया हैं।बिहार बदल रहा हैं ये बाते भले ही मीडिया में सुर्खिया नही बन सका लेकिन देश वासियों के लिए गर्व की बात हैं। उसका एक सौतेला भाई जो आज तक भारतीय होने पर गर्व महसूस करता था अन्य भाईयों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बात सोचने लगा हैं।इस खबङ से बिहारियों को इतराने की जरुरत नही हैं अभी भी बहुत कुछ करने को बाकी हैं।बिक्रंमशीला,नालदा विश्वविधालय और सम्राट आशोक की धरोहर आज भी आप सबों को पुकार रही हैं।चलिए देश के ही खातिर बिहार को गौरवशाली इतिहास की और लौटने में मदद करे।
10 टिप्पणियां:
जी हाँ बिहार बदल रहा है|! हमें तन मन धन से इसे बदलने में मदद देनी चाहिए|
अशोक और नालंदा को छोडो, अभी हाल ही के राजेंद्र बाबु और जयप्रकाश नारायणजी को याद करो और फिर एक बार बिहार को भारत के मानचित्र पर उसका गौरवमयी स्थान दिलाओ।
बहुत अच्छी बात है। बिहार बिल्कुल बदल रहा है। बिहार के विकास कि गति धिमि हो गयी थी लेकिन अब रफ़्तार मिल गयी है।
नितिश जी को स्पीड बढ़ानी होगी।
जब भी ऐसा कुछ पढ़ती हूँ तो मन खुश हो जाता है। बिहार बहुत उन्नति कर सकता है यदि वहाँ के लोगों की राह में रोड़े न अटकाएँ जाएँ तो। यदि कोई राह ही समतल कर दे तो बिहार भी दौड़ता नजर आएगा। आशा है वह दिन भी आ ही जाएगा। नितीश कुमार यदि यह कर दिखाएँ तो बिहार ही नहीं प्रत्येक भारतीय उनका आभारी होगा।
घुघूती बासूती
लालू के जंगलराज में पिछड़ा बिहार धीरे धीरे अपने पुराने गौरव को प्राप्त करे यही कामना है। बस वहां की जनता कहीं फ़िर किसी घटिया नेता को वहां का राज नहीं सौंप दे।
इस अच्छी खबर को मिडिया ने कवरेज नहीं दिया. मिडिया मे रहते आप ने यह पोस्ट तो कम से कम लिखी। बिहार के लिये मेरी ओर से शुभकामनाएं।
a good news by you
बिहार और बदलेगा नीतिश को दूसरी पारी खेलने दीजिये .
बिहार की तो नहीं,उत्तर प्रदेश की क़ानून व्यवस्था अपने आंखों देखी है. ऐसी ही दयनीय स्थिति बिहार के बारे में भी सुनी है. इस में सुधार होना चाहिए. सच्चा बदलाव तभी आयेगा.
Holi ki hardik shubkamnayen.
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