बुधवार, नवंबर 11, 2009

कुत्ते के प्रेस वार्ता में पत्रकारों की बोलती हुई बंद


स्थान पटना का गांधी मैंदान मौंका था कुत्ते के राज्य स्तरीय सम्मेलन का बिहार के मुख्यमंत्री का कुत्ता से लेकर सूबे के तमाम आलाधिकारी, मंत्री, और विधायक का कुत्ता इस सम्मेलन में उपस्थित थे।तीन दिनों तक चले इस सम्मलेन का मुख्य ऐंजडा था नीतीश कुमार के चार वर्षों के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड तैयार करना।सम्मेलन में पत्रकारों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा था।तीन दिनों तक मीडिया और अखबारों में सूत्रों के हवाले से इस सम्मेलन की खबड़ छपती रही।लेकिन अंतिम दिन आज राजधानी के तमाम मीडिया हांउस के पत्रकारों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था भेज नानभेज से लेकर पिटर एसकोच की व्यवस्था थी तय यह हुआ कि खाना औऱ पीने के बाद प्रेस वार्ता होगी।


प्रेस को सम्बोधित करने को लेकर मुख्यमंत्री ,उपमुख्यमंत्री और गिराजराज सिंह के कुत्ता के बीच कसमकश चल रहा था ।लेकिन आम राय नही बन पा रही थी इन तीनों पर कही एक बार फिर से बटाईदारी के मसले पर फिसलने की सम्भावना को देखते हुए कोई रिक्स लेने को तैयार नही था।लम्बी बहस के बाद डीजी साहब का कुत्ता राधे राधे कहते हुए सभा स्थल पर प्रस्ताव रखा कि यह जवावदेही डीजी होमर्गाड नीलमणि के कुत्ता को दिया जाये।प्रस्ताव आते ही एक स्वर से सभी कुत्ते ने इसका समर्थन कर दिया।प्रस्ताव पास होते ही डीजी होमगार्ड का कुत्ता मुस्कुराते हुए सभी को धन्यवाद दिया और इस जवाबदेही पर पूरी तौर पर खड़े होने का भरोसा दिलाते हुए मुख्यमंत्री के कुत्ते को इशारे इशारे में कुछ कहा और प्रेस वार्ता के लिए निर्धारित स्थल की और प्रस्थान कर गये।स्थल पर पहुंचे तो नजारा देखने लायक था कुत्ते की तरह भोजन पर सभी पत्रकार टुटे हुए थे।हाथ जोड़ते हुए नीलमणि साहब के स्वान ने कहा साँरी विलम्भ के लिए खेद हैं।पास खड़े भारद्वाज के कुत्ते से धीरे से कहा यार क्या माजरा हैं खाने पर इस तरह टुट पड़े हैं जैसे लगता हैं वर्षों से भूखा हो ।एक घंटे तक चली धक्का मुक्की के बाद प्रेस वार्ता शुरु हुई।नीलमणि जी के स्वान ने कहा पहले आप सभी सवाल करे और फिर हम एक एक कर जवाब देगे।सारे तोप पत्रकार वार्ता में मौंजूद थे।अधिकांश चैनलों पर लाईभ चल रहा था क्यों न हो सभी ने जो मोटी रकम लाईभ करने के लिए जो लिया था।सवाल सूबे में बढते अपराध से लेकर बिजली बोर्ड के धोटाले, ललन नीतीश के रिश्ते में आयी खटास सहित मनसे विधायकों के कारनामे तक से जुड़ा था।

आंधे घंटे तक सवाल के बौछार के बाद बारी आयी जबाव देने का नीलमणि साहब के अंदाज में ही उनके स्वान ने भी एक एक सवाल का जवाब देना शुरु किया।अंदर पंडाल में मुख्यमंत्री के कुत्ते साहब प्रेस वार्ता को बड़ी गम्भीरता से देख रहे थे।मोदी साहब का लाडला बटाईदारी से जुड़े सवालों के जवाब का इंतजार कर रहे थे वही नगर विकास के प्रधान सचिव अमानुल्लाह का कुत्ता आराम से खराटा ले रहा था।वार्ता स्थल पर जबरदस्त बहस चल रही थी।इसी दौरान हिन्दुस्तान अखबार के प्रतिनिधि ने स्वान साहब को टोकते हुए कहा कि अपराध से जुड़ा जो आकड़ा आप दे रहे हैं वह पूरी तरह गलत हैं स्वान साहब ने कहा आप सही कह रहे हैं आंकड़ा सही में गलत हैं ।लेकिन यह आंकड़ा तो पिछले चार वर्षों से आप ही अखबार के मुख्य पेंज पर छाप रहे हैं। भारद्वाज साहव यह प्रेस कतरन सभी लोगो को बांट दिजिए।कतरन देखते ही हिन्दुस्तान के प्रतिनिधि मुंह छिपाये वार्ता स्थल से खिसक चले ।अब बारी जागरण के प्रतिनिधि के सवालों के जबाव का था जिसमें भ्रष्टाचार के तरीके से जुड़े आकंड़ों पर जबाव देनी थी ।नीलमणि साहब के स्वान ने पास बैंठे पी0के0ठाकुर के स्वान को इशारे किये और कुछ लाने का निर्देश दिया।इस बीच नीलमणि साहब का स्वान निगरानी के कारवाई पर बोलते रहे लेकिन जागरण के महोदय सूनने को तैयार नही थे।तब तक पी0के0ठाकुर साहब के स्वान सूचना जनसम्पर्क के प्रधान सचिव राजेश भूषण के स्वान के साथ तीन चार मोंटी फाईले लेकर आते हुए दिखे ।उनके आते ही पूरे प्रेसं वार्ता स्थल पर भूचाल आ गया जागरण के प्रतिनिधि किधर गये पता नही चला और प्रभात खबड़ ,आज और सहारा के प्रतिनिधि की भाषा ही बदल गयी।देखते देखते प्रेस वर्ता स्थल पर नीतीश के सुशासन का राष्ट्र गान शुरु हो गया और सभी एक स्वर से राग भैंरवी गाने लगे प्रेस वार्ता नीतीश की जय हो के नारे से गुजने लगा और धीरे धीरे लोग जाने भी लगे नीलमणि साहब का स्वान खड़े होकर सभी का अभिवादन कर रहे थे।तभी उनकी नजर ई0टी0भी0 के प्रतिनिधि पर परा झट से आगे बढते हुए नीलमणि साहब के स्वान ने कहा आप कहा आ जाते हैं इनकी महफिल में। आप अपनी राग जारी रखिये आप का हाल लालू जी के समय भी वही था और नीतीश जी के समय भी वही हैं जिसका स्वभाव बैंरागी वाला रहता हैं उसको बदला नही जा सकता हैं।आवाज थोड़ा लरखराते हुए कहा ऐ सर इ कोन सा ललका फाईल मंगवाये जो सब के सब भाग गया नीलमणि साहब के स्वान ने कहा आप नही समझियेगा।आपके यहां से जो महुंआ में गया हैं उससे पुछये उस ललका फाईल में क्या हैं।ये सब पांच सौं करोड से ज्यादा का विज्ञापन सरकार से लिया हैं और रिपोर्ट कार्ड छापने के लिए सरकार ने सौं करोड़ का बजट बनाया हैं इस फाईल पर एक दो दिन मैं दस्तख्त होना हैं किसको कितना विज्ञापन मिलना हैं।वो सर अब समझ में आया साला हमरे यहां तो इस सब से मतलबे नही हैं चलिए कुछ कहना हैं आपको, क्या कहे आप तो सरकार की ऐसी की तैसी करवे किजिएगा।चलिए सर गुडनाईट बहुत अच्छा खस्सा बना था।अंदर लाईभ देख रहे सभी लोग गदगद थे अरे भाई नीलमणि तो कमाल कर दिया।जाते हैं साहब को कहगे ऐ सर नीलमणि साहब को पर्मानेन्ट प्रवक्ता बनाईये दिजिए।बरका बराक पत्रकार को पानी पीला दिये जो साहब को आये दिन जड़ा में भी पसीना छोड़ाया रहता हैं।

1 टिप्पणी:

Mithilesh dubey ने कहा…

बढ़िया व्यंग रहा ।