गुरुवार, जुलाई 16, 2009

नीतीश जी यह कैसा सुशासन है

यह कोई फिल्मी कहानी नही है एक हकीकत हैं जिसे सामने लाने को कोई तैयार नही हैं।प्रिंट मीडिया को नीतीश के सुशासन के अलावे सूबे में और कुछ नही दिख रहा हैं। यही स्थिति समाचार चैनलों का हैं और राष्ट्रीय चैनलों का हाल तो कहना ही नही हैं उन्हे तो प्रोफाइल चाहिए और आरुषी जैसी स्टोरी चाहिए।लेकिन पिंकी न तो बड़े बाप की बेटी हैं और ना ही आरुषी की तरह किसी नामी गरामी कांन्भेन्ट स्कूल की छात्रा हैं।यह तो बिहार के दरभंगा जिले की एक सरकारी स्कूली की सातवी कक्षा की छात्रा हैं जिसका आज से दो वर्ष पूर्व स्कूल जाने के क्रम में अपहरण हो गया था।बिहार के लिए अपहरण कोई बड़ी खबर नही हैं वह भी मामला लड़की के अपहरण का हो तो पुलिस से लेकर समाज तक प्रेम प्रसंग का मामला मान कर खामोश बैठ जाती हैं। पिंकी के साथ भी यही हुआ घटना 15 मई 2007 की हैं उस वक्त मैं भी दरभंगा में ही पदस्थापित था पिंकी के अपहरण की सूचना लेकर एक बेबस और लाचार बाप सूबह सूबह मेरे आवास पर आया मैं भी इस मामले को फौड़ी तौर पर प्रेम प्रसंग का मामला मान कर आस पास के लड़को के साथ भाग जाने की बात कहते हुए मामले को मैं भी लगभग खारिज ही कर दिया था।लेकिन जब कभी मैं न्यूज के सिलसिले में पुलिस के आलाधिकारी के पास जाता था पिंकी के पिता अपने तरीके से बेटी की सकुशल रिहाई की गुहार लगाते हुए अक्सर दिख जाता था।मामला प्रेम प्रसंग का ही क्यों न हो एक बेटी के लिए बाप के मन इतनी बैचेनी देख मेरी संवेदनाये जग गयी और मैं इस मसले को लेकर खबड़ दिखाना शुरु कर दिया खबड़ चलते ही इसके मदद के लिए राजनैतिक दल के लोगो के साथ साथ कई और लोग सामने आये। मामले की गम्भीरता मुझे तब समझ में आयी जब खबड़ को नही चलाने को लेकर कई तरह का प्रलोभन मुझे दी जाने लगी।मैं सोचने लगा की इस खबड़ को लेकर इतनी बैचेनी क्यो हैं।पता चला इस मामले में जिस लड़के का नाम आ रहा हैं वह एक बड़े शिक्षा माफिया का बेटा हैं।लेकिन इन सब बातों का कोई असर नही दिखा हार कर पिंकी का पिता कोर्ट के शरण में गये जहां कोर्ट ने दरभंगा एस0पी0को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया इस मामले का दुखद पहलु यह भी हैं की उस वक्त दरभंगा की एस0पी0महिला ही थी लेकिन इन्हे न्याय नही मिला।मामला दर्ज हुए कई माह बीत गये लेकिन नामजद अभियुक्तों पर कोई कारवाई नही हुई लेकिन पिंकी के पिता ने हार नही मानी और तत्तकालीन आई0जी0 आर0एल कनौजिया से मिलकर आप बीती सुनाई आई0जी0 पूरे मामले में पुलिस के उदासीन रवैये को लेकर नराजगी व्यक्त करते हुए तत्तकाल सभी नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया लेकिन अभियुक्तों के नजायज कमायी के आगे आई0जी0 का आदेश भी थानेदार के पोकेट में महिनों घुमता रहा। इस बीच आई0जी0 कनौजिया का तवादला हो गया और उनकी जगह आये गणेश प्रसाद यादव। कुछ होता नही दिख पिंकी के पिता मुख्यमंत्री के जनता दरवार में न्याय की गुहार लेकर आये। मैं भी पटना आ गया था जब जब ये जनता दरबार में आये मैं खबड़ दिखाता रहा लेकिन कोई कारवाई नही हुई। हद तो तब हो गयी जब आई0जी0पूरे मामले को ही झूठा करार देते हुए पिंकी के पिता पर ही झूठा मुकदमा दायर करने के आरोप में मुकदमा चलाने का आदेश निर्गत कर दिया।इस मसले को लेकर पिंकी के पिता 13बार मुख्यमंत्री से मिले लेकिन न्याय नही मिला और अंत में मुख्यमंत्री भी खड़ी खोटी सुना कर बाहर कर दिये। फिर भी हार नही माना राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराया और जिले में चलने वाले जनता दरबार में जाकर पुलिस के आलाधिकारी से न्याय का भीख मांगता रहा अचानक 3जून को पिंकी का फोन चाचा के मोबाईल पर आता हैं चाचा मैं बेगूसराय जिले के बखरी स्थिति वेश्यालय से बोल रही हुँ इस नरक से मुझे निकालो।जैसे ही यह फोन आया पिंकी के चाचा राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष से मिल कर पिंकी के बारे में जानकारी दी।आयोग ने तुरंत बेगूसराय एस0पी0को इस मामले की जानकारी दी और तत्तकाल कारवाई करने का आदेश दिया।इस मामले में एस0पी0 ने खुद कारवाई की और पिंकी को बखरी स्थित वेश्यालय से बरामद कर लिया।पिंकी ने जो आप बीती सुनाई हैं उसे सुनकर आप भी हैरान रह जायेगे।जिस लड़के पर पिंकी के पिता ने बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था उस लड़के से प्यार करती थी 15मई को पिंकी को घुमने चलने के बहाने राजीव पास के एक होटल में ले गया जहां अपने दोस्तों के साथ तीन दिनों तक बलात्कार किया और फिर दलालों के हाथो बेच दिया।बेचारी पिंकी दो वर्षों तक पूर्णिया ,खगड़िया और बखरी के वेश्यालय में अपने जिश्म का सौदा होते देखते रही। एक दिन किसी ग्राहक को इसकी आप बीती सुनकर तरस आ गयी और अपने मोबाईल से पंकी को चाचा से बात करा दिया। इस सच को अपने ब्लांग पर लिखने के पीछे न तो नीतीश सरकार के सुशासन के दावे पर सवाल खड़े करने का कोई इरादा हैं और ना ही इस राज्य के डी0जी0पी0 डी0एन0गौतम को आईना दिखाना हैं जो आये दिन अपने पुलिस के कार्यकलापों के लेकर बड़ी बड़ी बाते करते रहते हैं।पिंकी के बेहतर जीवन के लिए क्या किया जा सकता हैं और देश में कौन कौन सी ऐसी ऐंजसी हैं जो पिंकी को कानूनी मदद के साथ साथ मानशिक रुप से विक्षिप्त हो चुकी पिंकी को नये सिरे से जिंदगी जीने में सहयोग कर सकती हैं ऐसी कोई जानकारी आप के पास हो तो तुरंत दे क्यों कि इस सिंस्टम में लोकतंत्र के सारे स्तम्भ लगभग संवेदन शून्य हो गये हैं।

14 टिप्‍पणियां:

ravishndtv ने कहा…

संतोष जी

हैरान हूं मीडिया ने इस खबर को क्यों नहीं समझा? आप ठीक कहते हैं कि अच्छा काम करने के नाम पर आलोचनाओं के तमाम मुंह बंद कर दिये गए हैं। आपने अच्छा किया कि ब्लाग के ज़रिये इसे सामने ला दिया।

सतीश पंचम ने कहा…

इतनी त्रासद घटना घट चुकी है और मीडिया को अपनी चादर से बाहर झांकना भी गवारा नहीं। आज ही NDTV पर इस रिपोर्ट को देखा है।

सच का सामना दिखाने से मीडिया को फिलहाल फुरसत हो तब न।

ज्योति सिंह ने कहा…

ravishndtv aur satish ji ki baton se main bhi sahamat hoon .aese mamlo me laaparwahi kyo barati jaati hai ?tabhi to sah milata hai .aapne samne laa kar achchha kiya .

लता 'हया' ने कहा…

pinki bahut acchi lagi

अजय कुमार झा ने कहा…

यहाँ राजधानी में इस तरह की काफी घटनाएं हो रही हैं मगर फर्क ये है की कम से कम पुलिस चाहे मीडिया के दबाव में ही सही पीछे नहीं भाग पाती है..पूरी घटना जानकार बेहद हैरान और क्षुब्ध हूँ..इस मुद्दे पर आप जो भी मुझसे चाहते हैं कहें...वैसे मैं पिंकी के बारे में विस्तार से जानना चाहता हूँ ..विशेषकर ये की अभी वो कहाँ और किस हालत में है..आप मुझे मेल कर सकते हैं
ajaykumarjha1973@gmail.com पर मुझे आपकी प्रतिक्रया की प्रतीक्षा रहेगी..

संतोष कुमार सिंह ने कहा…

आप सबों के प्यार और हौसला अफजाई से पिंकी के मामले में न्याय की आश एक बार फिर जगी हैं।एन0डी0टी0भी0और ई0टी0भी0बिहार ने इस मामले को सामने लाकर पूरे बिहार में भूचाल ला दिया हैं।मुख्यमंत्री सचिवालय इस मामले में मोनेटरिंग शुरु कर दी हैं और रातो रात नामजद अभियुक्त की कुर्की जप्ती हुई हैं वही अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही हैं।इस बीच खबर चलने का इतना असर दिखा की राजधानी पटना में 18जुलाई को संयुक्त राष्ट्र संघ के ड्रंग एव अपराध वींग द्वारा ट्रेफीकिंग को लेकर बुलाये गये सेमीनार में पिंकी का मामला छाया रहा।सेमीनार के दौरान पिंकी ने अपनी आप बीती सुनाई और सेमीनार में उपस्थित वरिय पुलिस पदाधिकारी और स्वयसेवी संगठनों से न्याय पाने के इस लड़ाई में सहयोग की मांग की।स्वसेवी संगठन जन चौकीदार ने सभी तरह का कानूनी सहायता उपलब्ध करने की घोषणा की हैं और बैठक में भाग लेने आये सी0बी0आई के ज्वाईट डाईरेक्टर पी0के0नायर ने इस मामले में दरभंगा के आलाधिकारी से बात की और इस मामले में क्या क्या हो सकता हैं इसकी सलाह दी ।बैठक में उपस्थित बाल श्रंम आयोग के अध्यक्ष ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़े करते हुए मुख्यमंत्री से पूरे मामले की पुन जांच कराने का आग्रह किया।शाम होते होते डी0जी0कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक इस मलसे को लेकर बैठके होती रही और दरभंगा पुलिस को पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया गया हैं।परिवार को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा मिलने के बाद आज सुबह पिंकी और उसके माता पिता दरभंगा गये हैं।वही दूसरी और कई संगठनों ने पिंकी को पढाने में मदद की घोषणा की हैं।यह सब आप सबों के सहयोग से सम्भव हो पाया हैं।और इसके लिए अपने मीडिया के बंधु को देर से ही सही और सार्थक पहल के लिए धन्यवाद के पात्र हैं।वही इस मामले में यह पंक्ष भी सामने आया की ब्लांग के माध्यम से भी बेजुवानों की आवाज को उठा कर एक अंजाम तक पहुचाया जा सकता हैं।

hem pandey ने कहा…

आपकी टिपण्णी पढ़ कर लगा कि आपकी पोस्ट सार्थक हो गयी है.

संतोष कुमार सिंह ने कहा…

एन0डी0टी0भी0 और ई0भी0बिहार पर लगातार चल रही खबड़ो के बाद हरकत में आयी पुलिस आज पिंकी द्वारा बताये गये वेश्यालय पर अभी अभी छापामरी की हैं छापामारी में शामिल पुलिस पदाधिकारी की माने तो बखड़ी के लदेन घाट स्थित मुहल्ले में पचास से अधिक झोपड़पट्टी हैं और उस बीच में एक आलीशान भवन हैं यह मकान उसी गीता देवी की हैं जिसने पिंकी को खरीदा था। पिंकी की माने तो इसका नेटवर्क नेपाल,बंगलादेश,बंगाल,उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक फैला हैं आये दिन ये नयी नयी लड़की को लेकर लाती हैं और धंधे करने पर मजबूर करती हैं। गीता देवी कई बार जेल भी जा चुकी हैं लेकिन रसुक के बल पर अभी तक एक भी मामले में सजा नही हुई हैं।ऐसे महिलाओं को सजा मिले और इसके नेटवर्क का पर्दाफास हो इसके लिए अभियान जारी रखने की जरुरत हैं क्यों की इस नेटवर्क में शामिल लोग मामले के शांत होते ही फिर से धंधा शुरु कर देता हैं।

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

बहुत शर्मनाक पहलू है, ये अखबारों का. खैर अब यदि हम पिन्की के लिये कुछ कर सकते हैं तो ज़रूर करेंगे. सबसे पहले तो ये बतायें कि अभी इस वक्त पिन्की है कहां? इस प्रकार की बरामदगी के बाद लडकियों को महिला सुधार गृह जैसी जगहों में भेज दिया जाता है. एक घटना पूरे जीवन को नष्ट नहीं कर सकती. पिन्की को ज़रूर नई राह और दिशा मिलेगी.आप मेल द्वारा भी जानकारी दे सकते हैं.

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

पिन्की अपने माता-पिता के पास है, जानकर राहत मिली. संतोष जी, मैं हरसम्भव प्रयास अवश्य करूंगी. ये हमारी नैतिक ,सामाजिक और मानवीय ज़िम्मेदारी है.

संतोष कुमार सिंह ने कहा…

पिंकी मामले में पुलिस का अभियान जारी हैं ।इस मसले को लेकर कल पटना में पुलिस मुख्यालय में बैठक हुई जिसमें इस पूरे मामले की जांच ए0डी0जी0पी0लां एण्ड आर्डर वी0 नरायनन को दिया गया हैं ।नरायनन की छवी बिहार में काफी कड़क अधिकारी की मानी जाती हैं।इस बीच दरभंगा एस0पी0ने पूरे मामले को सत्य मानते हुए चकला घर के संचालिका और इस मामले में पिंकी द्वारा बताये गये लोगो की गिरफ्तारी का आदेश एस0पी0ने जारी किया हैं।इसी आदेश के आलोक में दरभंगा न्यायलय ने गीता देवी के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया हैं और एक अभियुक्त के खिलाफ कुर्की जप्ती का आदेश निर्गत किया गया हैं।वही गीता देवी के बेटे का जमानत याचिका को न्यायलय ने खारिज कर दिया हैं।

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

संतोष जी ,
पिंकी की कहानी पढ़ कर बहुत दुःख हुआ ..पिंकी को एक सामान्य जीवन में लाने और उसे समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए हर स्तर पर कोशिश होनी चाहिए .
पूनम

Murari Pareek ने कहा…

बहुत ही दर्द नाक वाकिया आपने उजागर किया है और मीडिया और नेताओं का तो खैर यही हाल है, एक पिंकी की ही नहीं लाखों पिन्किया अभी भी अपनी मज़बूरी पे रोती हैं | पिंकी को कोई दयालु मिल गया !! पर न जाने कितनी मासूमो ने अपना जीवन गला दिया |

सागर ने कहा…

आज हिंदुस्तान में (दिल्ली संस्करण) में नीतिश जी की तारीफ छापी है वो भी बिल गेट्स के शब्दों में.... क्या कहेंगे...

आपके ब्लॉग के ज़रिये मुझे बिहार की जानकारी मिल जाती है... प्रयास अच्छा है... आप अपना संपर्क नंबर देंगे ? शायद जरुरत पड़े...