सोमवार, जनवरी 05, 2009

जुबानी कसरत कब तक

हमारे सारे विकल्प खुली हैं—प्रणव मुखर्जी संयम को कमजोरी नही समझे पाकिस्तान-प्रधानमंत्री आतंकवाद के खिलाफ लङाई में सरकार और पूरा विपक्ष एक साथ हैं-आडवाणी पीएम सख्त,कहा-आतंक के खिलाफ किसी भी हद तक लङेंगे।– आदरनीय प्रधानमंत्री जी अब तो बस किजिए जितनी पीङा मुंबई में हुए आतंकी घटनायों से नही हुई उससे कही अधिक पीङा आप सबों के अर्नगल बयान बाजी से हो रही हैं। आम भारतीय अपमान के साथ जीने की कला सीखने लगा हैं।मेहरवानी करके अमेरिका की बात न करे।अमेरिका के बल पर भले ही आप की नयी अर्थनीति चल रही हो लेकिन आम भारतीयों के जीवन शैली से अमेरिकी मानसिकता अभी भी कोसो दुर हैं।अमेरिकी परस्त बने रहना आप की मजबूरी हो सकती हैं आम भारतीय को इसकी मजबूरी नही हैं। आम भारतीयों ने कभी गांधी के रुप में तो कभी सचिन के रुप में तो कभी कल्पना चावला के रुप में विश्व के मानस पटल पर भारतीयता का परचम लहराता रहा हैं।और जलील मत करे समय आयेगा तो एक आम भारतीय अपनी प्रतिभा और कौशल से अमेरिका की दोगली नीति और चीन के अहंकार का मुंहतोङ जबाव देगा।आप अपनी राजनीत करे और देश के सफल प्रधानमंत्रीयों की सूची में नाम दर्ज कराये इन्ही शुभकामनाये के साथ आपका आम भारतीय

3 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

नेताओं का देख लो, निकल गया है राम.
सभी गालियाँ कम पङे, नकटे-दुष्ट-हराम.
नकटे-दुष्ट-हराम, देश की नब्ज ना जाने.
देखें अपना स्वार्थ,भली कोई बात ना माने.
कह साधक कवि,पूरा सिस्टम सङा देख लो.
निकल गया है राम, नेताओं का देख लो.

Sarita Chaturvedi ने कहा…

SAHI KAHA.........HAM KUCH BHI N KARE , MAHAJ INTAJAR KARE...TAKI KOI DUSRA MAHMOOD GAJNAVI AAYE AUR SOMNATH KO PHIR LUTKAR CHALA JAYE...AMERIKA KO NIHARNE SE KYA HOGA? ISRAILE NE KYA KABHI INTAZAR KIAA? LEKIN BHARAT KE PAS SHAYAD VICHAR HI NAHI HAI..

Akanksha Yadav ने कहा…

Nice blog...Achha laga yahan akar.