सोमवार, सितंबर 21, 2009

बिहार को जलाने की रची गयी थी साजिश

रात के लगभग दो बज रहे थे अचानक मेरे मोबाईल की घंटी बजी मोबाईल की घंटी सुनते ही आत्मा दहल गया कि आखिर इतनी रात को क्या हो गया हैं, जो कोई पत्रकार को फोन कर रहा हैं।जब तक मोबाईल उठाता रिंग बंद हो गया आंनन फानन में मिसकांल देखा तो नम्बर था पटना जिला के सूचना जनसम्पर्क पदाधिकारी का इतनी रात गये प्रशासनिक अधिकारी का मोबाईल नम्बर देख कर मेरी नींद उड़ गयी । तुरंत कांल बेंक किया तो डायल किया गया नम्बर व्यस्त हैं की आवाज आने लगा यह सिलसिला लगभग दो तीन मिनट तक चलता हैं।जैसे जैसे बात नही हो रही थी मेरी बैंचेनी बढती जा रही थी,अचानक मोबाईल लगा गया घबराये स्वर में उस और से डीपीआरओ0 की आवाज आती हैं संतोष जी आपही को फोन लगा रहे थे।तुरंत पटना डीएम और कोमफेट के एमडी0 अतिश चन्द्रा से बात कर ले। डीपीआरओं से मैं पुछा इतनी रात गये क्या बात हैं संतोष जी मदद किजिए बिहार जल जायेगा।इतना सुनते ही मोबाईल काट दिया और पटना डीएम0को मोबाईल लगाया जैसे ही रिंग हुआ डीएम0तुरंत फोन उठा लिये नमस्कार मैं ई0टी0भी0से संतोष बोल रहा हुं।इतना सुनते ही डीएम0ने कहा संतोष जी अफवाह फैल गया हैं कि सुधा के दुध में जहर हैं और लोग सड़को पर आ गये हैं और जगह जगह सुधा के गाड़ी पर हमला किया जा रहा हैं आप तुरंत एम0डी0साहब के इस मोबाईल नम्बर पर बात कर ले। मोबाईल काटते हुए एमडी0के मोबाईल पर रिंग किया जैसे ही रिंग हुआ हैलो मैं अतिश चन्द्रा बोल रहा हू, मैंने जबाव दिया संतोष ई0टी0भी से बोल रहा हूं।संतोष जी पूरे बिहार में यह अफवाह फैलाया जा रहा हैं कि सुधा के दूध में जहर मिला हैं।इसकी हमने जांच भी करा दी हैं ऐसी कोई बात नही हैं जरा खबर चला दे कि सुधा के दुध में जहर बाली बात पूरी तरह गलत हैं और इस पर ध्यान न दे। इतनी रात गये अपने डैक्स पर फोन करना थोड़ा अटपटा लग रहा था कि एसी0में बैंठे मेरे मित्र को कही नागवार न गुजरे खैर मैंने फोन किया औऱ फोन उठाने वाले बन्धु को सांरी कहते हुए मामले की जानकारी दी। कहा संतोष जी हमलोग तो रात11बजे से ही परेशान हैं बिहार और झारखंड के कई जिलों से मेंहदी लगाने से सैंकड़ो महिलाओं के अस्पताल में भर्ती होने की खबड़ आ रही हैं वही कई जिलों से भिजुउल भी आ गया हैं।मैंरे दिमाग में तुरंत कौंधा की कही मामला गणेश भगवान के दुध पिलाने जैसा तो नही हैं।तभी डीएम0पटना का फोन आया आपके इस मैहरवानी के लिए हमारे पास शब्द नही हैं आप के चैनल ने तो फलैंस करना शुरु कर दिया हैं।मैने सवाल किया कि इसमें परेशान होने की कोई बात तो नही हैं इसी बीच बातचीत के दौरान अचानक फायर बिग्रेड के साईरन की आवाज सुनाई दी,मैने पुछा क्या सर आप लोग सड़क पर हैं। संतोष जी स्थिति काफी तनावपूर्ण हैं ईद के कारण मुसलिम महिलाये मेंहदी लगायी और इतना बड़ा बवाल हो गया हैं दानापुर और पी0एम0सी0एच0में लोगों ने बवाल मचाने का प्रयास किया हैं।अब मामला दुध का फैल गया हैं सेवई बनाने के लिए मुसलिम भाई दुध लेने के लिए बूथ पर आ रहे थे इसी बीच यह अफवाह फैल गया कि सुधा के दुध में जहर मिला हुआ हैं। लोग काफी उग्र हैं।अब समझ में आया कि मामला कितनी भयावह हैं।फौरन आफिस फोन करके कैमरा मैंन को शीघ्र पी0एम0सी0एच0 जाने को कहा जहां आक्रोशित लोग सुधा डेरी के गांड़ी को जलाने का प्रयास कर रहे थे।इस खबड़ को फलैंस करने के बाद भागे भागे टी0भी0 खोला तो कई खबड़िया चैनल पर खबड़ चल रही थी मेंहदी लगाने से हजारों महिलाये बिहार अस्पतालों में, मची हैं अफरातफरी कैमूर में दो महिलाओं की हुई मौंत,एंकर चीख चीख कर खबड़ के अपडेन्टस दे रहे थे।वही सूधा के दूध पीने से लोगो के बिमार होने की खबड़े भी आ रही थी इसी बीच खबड़ फलैंस होता हैं इमाम ने सुधा का दूध सहित पांकेट में बंद समान नही लेने का जारी किया फतवा ,ऐसे खबड़े चल रही थी की जैसे पूरे बिहार झारखंड में कोहराम मच गया हैं।जब मैं अपने चैनल पर गया तो खबड़ अपवाह पर ध्यान नही देने को काफी प्रमुखता से दिखाया जा रहा था।इसी बीच मैं पटना के सिविल सर्जन को फोन किया मैंने पुछा क्या हो रहा हैं सर उन्होने कहा किसी को कुछ नही हुआ हैं अपवाह इस कदर फैंली हैं कि लोग बदहवास होकर अस्पताल आ रहे हैं और हम लोग ऐभील देकर जाने के लिए कह रहे हैं अभी तक एक भी सिरियस मरीज नही आया हैं।संतोष जी एक मदद करिये लोगो के बीच फैंल रहे अफवाह पर किसी तरह रोके। मैंने तत्तकाल स्वास्थय सचिव का नम्बर मांगा नम्बर मिलते ही मैंने रींग किया मोबाईल उठाते ही उन्हे सारी बात बतायी उन्होने कहा कि मैं दिल्ली में हू ,मैंने कहा आपका इस बार बयान दे जिससे लोगो में भय का वातावरण खत्म हो।उन्होने कहा पाच मिनट में कांल बेंक करते हैं,मोबाईल काटते ही मैंने पुलिस प्रवक्ता और एडीजीपी(पुलिस मुख्यालय)को रिंग किया मैंने कहा सोरी सर इतनी रात को फोन कर रहा हूं उन्होने कहा कि नही नही मैं भी जगा हुआ हैं।बातचीत में दोनो घटना पर मुख्यालय द्वारा मोनेटरिंग करने की बाते सामने आयी।मैंने कहा ठिक हैं सर फिर बात करते हैं,। मैं सोचने लगा कि मुख्यालय के हवाले से किस अंदाज में खबड़ चलाया जाय क्यो कि एडीजीपी0और मेरे बीच इतना अंडर ऐसटेनडिंग हैं कि उनके हवाले से मैं खबड़ चला सकते हैं।मैंने खबड़ फलैस किया अफवाह फैलाने वाले पर होगी सख्त कारवाई ,स्पीडी ट्रायल के तहत चलेगा मुकदमा पूरे सूबे के पुलिस को किया गया एलर्ट।खबड़ फैलेस होते ही थोडी देर बाद एडीजीपी0का फोन आया संतोष जी क्या खबड़ चला रहे हैं कई एस0पी0का फोन आय़ा हैं जब मैने बताया कि ये खबड़े चल रही हैं उन्होने थैक्स दिया। इसी बीच स्वास्थय सचिव का फोन आया कि मेरे हवाले से खबड़ चला सकते हैं जो आप बेहतर समझे।उनसे बातचीत के आधार पर मैंने मेंहदी और दूध मामले की जांच का आदेश के साथ साथ अपवाह पर ध्यान नही देने से समबन्धित फलैंस स्वास्थय सचिव के हवाले से चला दिया। लगभग 11बजे दिन में डी0पी0आर0ओं का फोन आया संतोष जी आपके कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा हो रही हैं आप के चैनल ने बड़ी साजिश को नकाम करने में प्रशासन को काफी मदद पहुचाई हैं।बाद मैं डीएम0पटना,एमडी0कोमफेंटऔर स्वास्थय सचिव का भी बधाई का फोन आया।एमडी0ने यहा तक कहा कि संतोष जी दो लाख लीटर दूध की बिक्री हुई हैं पूरी संस्था की और से आप को बधाई। लेकिन हमारे लिए महत्वपूर्ण तथ्य यह था कि आखिर यह अफवाह फैला कैसे लोगो से बातचीत करने पर पता चला कि मेंहदी की खबड़ रांची से फैली हैं।जब अपने रिपोटर से रांची बात किया तो कहा कि अपवाह ऐसा था कि हर पांच मिनट पर लोग फोन कर रहे थे कि मेंहदी लगाने से फलाने जगह दो की मौंत हो गयी तो रिम्स में दो सौ से अधिक महिला भर्ती हो चुकी हैं भागे भागे जब रिपोटर रिम्स पहुचा तो कही कोई नही था डां0 ने बताया कि कुछ महिलाये आयी हुई थी इलाज के बाद घर चली गयी हैं।जिस जिस अस्पताल के बारे में कहा जा रहा था सभी अस्पतालों का यही हाल था।यह खबड़ इस तरह फैला की लोग अपने रिश्तेदार को जगह जगह फोन कर मेंहदी नही लगाने की सलाह देने लेगे जो मेंहदी लगा रखी थी वो एन्टीएलर्जी दवा लेने लगी।एक माह से उपवास के बीच एन्टीएलर्जी दवा लेने से महिलाओं को नशा आने लगा देखते देखते कोहराम मच गया इसी तरह के एन्टीएलर्जी दवा लेने वाली कई महिलाये पी0एम0सी0एच0पहुंच गयी डां0से मन मिचलाने और भोमेंटिंग की टेन्टेंसी होने की बात बताने पर डां0ने खाना खाने के बारे में पुछने लगा अधिकांश महिलाये दुध खायी हुई थी।देखते देखते अस्पताल में हल्ला होने लगा कि दुध में जहर मिलाया गया हैं।यह अफवाह इतना तेजी से फैला की चंद मिनटों में पूरे बिहार में कोहराम मच गया। लेकिन मामला जितना सीधा लग रहा हैं उतना सीधा भी नही हैं कही न कही इस मामले को संप्रदायिक रंग देने और दंगा फैलाने की साजिश से भी इनकार नही किया जा सकता हैं।खैर इस स्थिति में प्रशासनिक अधिकारी ने जिस सुझ बुझ का परिचय दिया उनकी जितनी भी प्रशंसा की जाये कम ही होगा।

3 टिप्‍पणियां:

प्रकाश पाखी ने कहा…

प्रशासनिक सूझबूझ के साथ आप जैसे पत्रकारिता की सच्ची समझ रखने वाले प्रबुद्ध व्यक्ति के योगदान को सलाम.वरना कोई और होता तो टी आर पी बढाने के चक्कर में आग में घी डालने का काम करता.
आपको सलाम!

शरद कोकास ने कहा…

इसीलिये कहते है अफवाहों की पाँव नही होते पर वे रेंगती नही उड़ती है भले ही पंख न हो

Alok Ranjan ने कहा…

काबिलेतारीफ .... इसको कहते है TRP से ऊपर उठकर पत्रकारिता कर्त्तव्य का निर्वहन करना ...
साधुवाद आपको